Simsa Mata Temple: इस मंदिर में महिलाओं को मिलता है संतान प्राप्ति का वरदान, जानिए मंदिर का रहस्य
Simsa Mata Temple: भारत में हर जगह चमत्कार और आस्था की कहानियां हैं। हजारों सालों से मंदिरों, पवित्र स्थानों और तीर्थ स्थलों (Sacred Places and Pilgrimage Sites) की कहानियां लोगों की आस्था को बढ़ाती आ रही हैं। भक्त न केवल पूजा करने के लिए बल्कि किसी खास इच्छा को पूरा करने के लिए भी कई स्थानों पर जाते हैं।

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में सिमसा माता मंदिर भी एक ऐसा ही स्थान है। हर साल नवरात्रि के दौरान हजारों महिलाएं यहां आती हैं, उनका एकमात्र उद्देश्य मां बनने का अवसर प्राप्त करना होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर में फर्श पर एक रात बिताने से महिला को संतान की प्राप्ति हो सकती है।
संतान प्राप्ति का आशीर्वाद
बैजनाथ (Baijnath) से लगभग 30 किलोमीटर दूर हिमाचल के सिमसा शहर में सिमसा माता मंदिर है। मंदिर में माता शारदा की पूजा की जाती है। स्थानीय लोगों और दुनिया भर से आए भक्तों का मानना है कि यहां मांगी गई इच्छाएं निश्चित रूप से पूरी होती हैं, खासकर उन महिलाओं के लिए जो माता-पिता बनने की उम्मीद में यहां आती हैं।
सलिन्दरा की मान्यता
सलिन्दरा एक अनूठा उत्सव है जो नवरात्रि के दिनों में यहां मनाया जाता है। इस शब्द का अर्थ है ‘सपना’। यहां, ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई महिला रात में मंदिर के फर्श पर सोती है और उसे फल या सब्जियों के सपने आते हैं, तो वह जल्दी ही गर्भवती हो सकती है। यही कारण है कि नवरात्रि (Navratri) के दौरान मंदिर में बहुत अधिक लोग आते हैं और कई महिलाएं यहां रात बिताती हैं।
रहस्यमयी बावड़ी के संकेत
मंदिर के पास एक प्राचीन बावड़ी है जो पहेलियों से भरी हुई है। माना जाता है कि इस बावड़ी पर माता का आशीर्वाद लेने वाली महिलाओं को चींटियाँ काटती हैं। यह संकेत है कि अब उन्हें मंदिर से चले जाना चाहिए।
अगर उन्हें देर हो जाती है तो उन्हें मंदिर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ता है क्योंकि उनके शरीर पर लाल चकत्ते बनने लगते हैं। हालांकि, अगर कोई महिला सपने में धातु, पत्थर (Metal, Stone) या लकड़ी देखती है, तो इसे इस बात का संकेत माना जाता है कि उसकी प्रार्थना अभी तक उसकी माँ ने नहीं सुनी है।
अद्भुत चट्टान
मंदिर में एक अनोखा पत्थर है जो एक और रहस्य से जुड़ा है। जब कोई इसे एक हाथ से छूता है, तो यह धीरे-धीरे हिलने लगता है, लेकिन कोई भी इसे दोनों हाथों से नहीं हिला सकता। वैज्ञानिक अभी भी इस चमत्कार को पूरी तरह से नहीं समझा पाए हैं।
मंदिर में कैसे जाया जा सकता है?
सिमसा गांव मनाली से सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। सिमसा माता मंदिर के लिए उड़ान भरने के लिए निकटतम हवाई अड्डा भुंतर है, जहाँ से आप अपनी यात्रा जारी रख सकते हैं। निजी वाहन (Private Vehicle) लेना सबसे सुविधाजनक विकल्प है।