भिवंडी से लापता 3 युवकों की मिली लाश, पुलिस को आत्महत्या का शक

पुलिस की जानकारी के अनुसार शाहपुर के नितिन भेरे (30), खर्डी स्थित चांदा गांव के महेंद्र दुभेले (30) और मुकेश गायघाट (22) दीपावली की शाम को अपने घर से ये कहकर निकले थे कि वह जल्द ही वापस आ जाएंगे। इसके बाद इन तीनों ही युवकों का कहीं पर भी पता नहीं चला। सोमवार को जब चांदा गांव का रूपेश सापले जंगल में पशु को चराने गया था तभी उसने तीनों युवकों की डेड बॉडी एक पेड़ पर लटकी देखी। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों शवों को पेड़ से नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक महेंद्र दुभले और मुकेश गायघाट माम और भांजे थे। नितिन भेरे भी उनका सम्बन्धी था जो पिछले 6 वर्षों से बाबा बन चुका था। नितिन ने अपने घर के अंदर ही एक मंदिर बनवाया हुआ था। नितिन के घर से पुलिस को तंत्र-मंत्र और करिश्मा की किताबें, चाकू, त्रिशूल, चाबुक और हल्दी-कुमकुम जैसी वस्तुएं बरामद हुई हैं। पुलिस को नितिन के घर से जिस तरह से किताबे रखी मिलीं है उससे संदेह है कि तीनों ने मोक्ष के साथ ही धन की बारिश होने की हसरत से इतना बड़ा कदम उठाया था।
चौथे फंदे से पुलिस का संदेह गहराया
पुलिस को घटनास्थल से फंदा मिला है जो गुलाबी रंग की साड़ी से बना हुआ था। अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि चौथा शख्स कौन था जो तीनों युवकों की मृत्यु देख वहां से भाग गया या फिर उसने ही इन तीनों को ऐसा करने के लिए उकसाया। शाहपुर के उपविभागीय पुलिस ऑफिसर नवनाथ ढवले ने बोला कि पहली नजर में यह सुसाइड का केस लगता है, हम मुद्दे की जाँच कर रहे हैं।