सावधान! चीनी-चावल का चस्का कहीं आपके चेहरे की रौनक न छीन लें

चीनी-चावल का चस्का आपको समय से पहले बूढ़ा बना सकता है. ‘जर्नल ऑफ अमेरिकन कॉलेज ऑफ न्यूट्रिशन’ में हाल ही में छपे एक अध्ययन में यह चेतावनी दी गई है. शोधकर्ताओं के अनुसार चीनी और चावल के अत्यधिक सेवन से स्कीन न केवल रूखी होती है, बल्कि उसका लचीलापन भी घट जाता है. यह परिवर्तन चेहरे की रौनक छिनने का सबब बनने के साथ ही झुर्रियों और धाग-धब्बों की कम्पलेन को भी जन्म देता है. ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने से इनसान को झुर्रियां शीघ्र पनपने की समस्या भी सता सकती है.
धाग-धब्बों और झुर्रियों की कम्पलेन सताएगी
-कार्बोहाइड्रेट और शर्करा युक्त खाद्य सामग्री मसलन चावल, मिठाई, व्हाइट ब्रेड, नूडल्स, पास्ता के अत्यधिक सेवन से ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि होता है
-शरीर में ‘ग्लाइकेशन’ नाम की रासायनिक क्रिया भी प्रारम्भ होती है, इससे खून में उपस्थित शर्करा के अणु स्कीन में पाए जाने वाले ‘कोलाजेन’ से जुड़ने लगते हैं
सिगरेट-शराब, फास्टफूड से दूरी बनाना भी जरूरी
-‘कोलाजन’ स्कीन की चमक और लचीलेपन के लिए उत्तरदायी प्रोटीन होता है, शर्करा के अणु इसे नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे चेहरा रूखा-बेजान दिखता है
-उस पर झुर्रियां और दाग-धब्बे भी पनपने लगते हैं, जानकार ‘ग्लाइकेशन’ से बचने के लिए सिगरेट-शराब से तौबा करने और खूब पानी पीने की भी सलाह देते हैं
इन 5 तरीकों से दूर होंगे बुढ़ापे के लक्षण
- जानकारों की मानें तो खानपान पर ध्यान देकर चीनी-चावल से स्कीन को पहुंचे नुकसान की भरपाई करना संभव है.
1.दाल-सब्जी से भरपूर आहार लें
-फाइबर से लैस हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल, बींस और अंकुरित अन्न पाचन तंत्र को तो दुरुस्त रखते ही हैं, साथ में ब्लड शुगर का स्तर भी घटाते हैं. इनके नियमित सेवन से ‘ग्लाइकेशन’ की प्रक्रिया बहुत ज्यादा धीमी पड़ जाती है.
2.ग्रीन-टी और टमाटर का सेवन बढ़ाएं
-ग्रीन-टी ‘कोलाजेन’ का उत्पादन बढ़ाकर झुर्रियों और दाग-धब्बों का नामोनिशान मिटाती है. वहीं, टमाटर में उपस्थित ‘लाइकोपीन’ ग्लाइकेशन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है. यह अल्ट्रावायलेट विकिरणों के दुष्प्रभाव से भी बचाता है.
3.अंडा, मछली, सोयाबीन भी फायदेमंद
-अंडा, मछली, अनार, गाजर, सोयाबीन, खीरा, लहसुन और ऑर्गेनिक वस्तु में ‘कार्नोसिन’ नाम का अमीनो-एसिड पाया जाता है, जो ‘ग्लाइकेशन’ की प्रक्रिया में शर्करा के अणुओं को ‘कोलाजेन’ को नुकसान पहुंचने से रोकता है.
4.मेवे और खट्टे फले खासे असरदार
-विटामिन-सी, ई और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर संतरा, नाशपाती, मौसमी और स्ट्रॉबेरी जैसे फल ‘कोलाजेन’ की सुरक्षा कर झुर्रियों से बचाते हैं. वहीं, गुड फैट से लैस काजू, बादाम, अखरोट स्कीन में सूजन, जलन, लालीपन की कम्पलेन दूर रखते हैं.
5.धीमी आंच पर खाना पकाएं, मसाले खूब खाएं
-120 डिग्री सेल्सियस से कम आंच पर खाना पकाने और उसमें हल्दी, दालचीनी, लौंग, इलायची, अदरक, लहसुन जैसे मसाले मिलाने से शरीर में ‘ग्लाइकेशन’ की क्रिया को बढ़ावा देने वाले ‘ग्लाइकोटॉक्सिन’ का उत्पादन कम होता है.