उग्रवादी राजेश गुप्ता को एनआईए ने किया अरेस्ट

नई दिल्ली। काफी अर्से से फरार सीपीआई (माओवादी ) उग्रवादी राजेश गुप्ता को एनआईए ने पकड़ लिया है। यह गिरफ्तारी रोहतास में हुई है। एनआईए की टीम ने एक गुप्त सूचना के बाद रोहतास पुलिस और एसएसबी के योगदान जलपात्र पहाड़ के पास घेराबंदी की। स्वयं को घिरा पाकर जब कुख्यात उग्रवादी राजेश गुप्ता ने पहाड़ पर भागने की प्रयास की तो पुलिस ने उसे धर दबोचा।
एनआईए के मुताबिक, उग्रवादी राजेश गुप्ता बिहार के रोहतास जिले के समहुता गांव का है रहने वाला है। वह बिहार और यूपी के सोन-गंगा बिंध क्षेत्र में उग्रवादी संगठन को फिर से सक्रिय करने की प्रयास में लगा था। गिरफ्तारी से पहले राजेश गुप्ता उग्रवादी संगठन से लोगों को जोड़ने की प्रयास में लगा हुआ था।
एनआईए का बोलना है कि राजेश गुप्ता उग्रवादी संगठन के सेंट्रल कमिटी के एक्टिव सदस्य विजय कुमार आर्या के बहुत करीब रहा है। विजय आर्या को पहले ही अरैस्ट कर लिया गया है। विजय आर्या भी बिहार और उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में सीपीआई (माओवादी) के उग्रवादी संगठन को तैयार करने की प्रयास में जुटा हुआ था।
एनआईए के मुताबिक, अरैस्ट किया गया कुख्यात उग्रवादी राजेश कुमार गुप्ता के पिता का नाम नाग शाह। वे रोहतास जिले के समहुता गांव के रहनेवाले हैं। एनआईए ने बताया कि प्रारम्भ में इस वर्ष के 12 अप्रैल को रोहतास के नगर थाने में मामला दर्ज किया गया था। बाद में एनआईए ने जांच अपने हाथ में लेते हुए 26 अप्रैल को दोबारा मुकदमा दर्ज किया। बिहार और उत्तर प्रदेश के सोन-गंगा बिंध क्षेत्र में उग्रवादी संगठन तैयार करने की प्रयास कर रहे 3 अन्य मुलजिमों को पहले ही अरैस्ट किया जा चुका है। अभी मुद्दे की जांच जारी है।